माँ गायत्री सेवा संस्थान
अम्बेडकर नगर

Maa Gayatri Seva Sansthan

Ambedkar Nagar

सत्य सनातन मंदिर: दिव्य संरचना का निर्माण – विश्व गुरु भारत का आध्यात्मिक ध्वज – माँ गायत्री सेवा संस्थान के दिव्य संकल्प से साकार हो रहा सत्य सनातन मंदिर, केवल एक शिलाखंडों का संयोजन नहीं, बल्कि यह सनातन धर्म की एकता, सहिष्णुता और विश्वव्यापी स्वीकृति का प्रतीक बनने जा रहा है।

पूज्य श्री श्री 1008 श्री मुनिजी फलाहारी महाराज जी के गुरुजी ब्रह्मलीन मौनी बाबा के 2006 के पावन निर्देशों के आलोक में, वर्ष 2025 में बसंत पंचमी के दिन से अपने निर्धारित समय पर निर्माण की ओर अग्रसर यह भव्य संरचना, आध्यात्मिक गहराई और प्रतीकात्मकता का अद्वितीय संगम होगी, जो कि अगले 10 वर्ष में तैयार होगी। मंदिर ध्वजा सहित 108 फीट की ऊँचाई तो इसकी भव्यता को दर्शाएगी ही, साथ ही इसके सात दिव्य खंड (मंजिलें) मात्र संरचनात्मक विभाजन नहीं हैं, बल्कि सनातन आध्यात्म के सात लोकों – भूः, भुवः, स्वः, महः, जनः, तपः और सत्यम् – के प्रतीक भी हैं।

जिस प्रकार मानव शरीर में सात चक्र – मूलाधार, स्वाधिष्ठान, मणिपुर, अनाहत, विशुद्धि, आज्ञा और सहस्रार – हैं, उसी आध्यात्मिक ऊर्जा को यह मंदिर अपने सात खंडों में समाहित करेगा, प्रत्येक चक्र एक विशिष्ट ऊर्जा और मंत्र से जुड़ा है। जिस प्रकार मानव शरीर में नौ द्वार होते हैं, उसी प्रकार इस मंदिर में भी नौ द्वार होंगे, जो मानव अनुभव और ब्रह्मांडीय चेतना के बीच के संबंध को दर्शाएंगे। यह दिव्य संरचना, इसलिए, न केवल एक आराधना स्थल होगी, बल्कि सनातन धर्म के गहन आध्यात्मिक रहस्यों का जीवंत प्रतीक भी बनेगी।

निर्माण का अद्वितीय उद्देश्य

सत्य सनातन मंदिर विश्व का एक अद्वितीय आध्यात्मिक केंद्र होगा, जो समस्त सनातन धर्म के विविध मतों, मतावलंबियों और पंथों का पावन संगम स्थल बनेगा। इसमें जैन, सिख, रविदास पंथी, कबीर पंथी, राधास्वामी, गायत्री परिवार, आर्य समाज, बौद्ध धर्म, शैव, वैष्णव, शाक्त, और अन्य सभी सनातन परंपराओं का समावेश होगा। यह मंदिर भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक आधारशिला रखेगा, जहाँ से प्रेम, करुणा और ज्ञान का प्रकाश पूरे विश्व में फैलेगा।

निर्माण यात्रा – एक दिव्य स्वप्न का साकार होना

सत्य सनातन मंदिर का निर्माण मात्र एक भौतिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक गहन आध्यात्मिक यात्रा है। यह हमारी समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को एक ऐसे भव्य स्वरूप में प्रतिष्ठित करने का संकल्प है जो पीढ़ी दर पीढ़ी प्रेरणा का स्रोत बनेगा। ब्रह्मलीन मौनी बाबा जी के दिव्य मार्गदर्शन में, यह परियोजना न केवल एक मंदिर का निर्माण है, बल्कि सनातन एकता और विश्व शांति के संदेश का वाहक भी है।

वर्तमान स्थिति

सत्य सनातन मंदिर के दिव्य निर्माण का संकल्प एक वास्तविकता की ओर बढ़ रहा है। ब्रह्मलीन मौनी बाबाजी के आशीर्वाद और समर्पित सहयोगियों की सहायता से, मंदिर की नींव के लिए 8 फीट गहरा गड्ढा खोदा जा चुका है। नींव को भरने और प्रारंभिक निर्माण के लिए सीमेंट, ईंट, बालू और मोरम जैसी आवश्यक सामग्री तो उपलब्ध है, जो हमारे शुभचिंतकों के उदार योगदान का प्रमाण है।

हालांकि, इस महत्वपूर्ण पड़ाव पर, हम एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहे हैं – सरिया (स्टील की छड़ें) का अभाव। मानसून का आगमन भी निकट है, और मौसम विभाग द्वारा इस वर्ष भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। ऐसे में, आर्थिक संसाधनों की कमी के कारण निर्माण कार्य एक नाजुक स्थिति में पहुँच गया है। यदि मानसून से पहले नींव को मजबूती नहीं दी गई, तो जलभराव और मिट्टी के कटाव से कार्य बाधित हो सकता है, जिससे परियोजना में अनावश्यक विलंब और अतिरिक्त व्यय हो सकता है।

इस विकट परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए, हमने आप सभी के उदार सहयोग की अपेक्षा के साथ एक समर्पित पृष्ठ “Contribution In The Construction Of “Satya Sanatan Mandir” बनाया है। हमें पूर्ण विश्वास है कि आपकी करुणा और समर्थन से हम इस चुनौती को पार कर सकेंगे और सत्य सनातन मंदिर के दिव्य स्वप्न को साकार कर सकेंगे। आपकी छोटी सी भी भेंट इस पवित्र कार्य को निर्विघ्न रूप से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

आपका दिव्य सहयोग

इस अद्वितीय और विश्व-कल्याणकारी परियोजना को साकार करने में आपका प्रत्येक योगदान एक दिव्य यज्ञ की आहुति के समान है। सत्य सनातन मंदिर का निर्माण आप जैसे श्रद्धावानों और उदार दानदाताओं के सक्रिय समर्थन के बिना संभव नहीं है। आइए, मिलकर इस आध्यात्मिक ध्वज को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करें। आप आर्थिक दान, वस्तु रूप में दान या स्वयंसेवा के माध्यम से अपना अमूल्य सहयोग प्रदान कर सकते हैं।

सत्य सनातन मंदिर केवल एक संरचना नहीं, बल्कि यह भारत की आध्यात्मिक शक्ति, सनातन धर्म की एकता और विश्व शांति की आकांक्षा का प्रतीक है। पूज्य ब्रह्मलीन मौनी बाबा जी के आशीर्वाद और आप सभी के सहयोग से, यह दिव्य संकल्प अवश्य ही पूर्ण होगा और विश्व को एक नया आध्यात्मिक दिशा प्रदान करेगा।