सत्य सनातन मंदिर का निर्माण मात्र एक भौतिक संरचना का निर्माण नहीं है, बल्कि यह एक गहन आध्यात्मिक और सामाजिक संकल्प है। माँ गायत्री सेवा संस्थान के तत्वावधान में, इस मंदिर की स्थापना अनेक उदात्त उद्देश्यों को लेकर की जा रही है, जो न केवल सनातन धर्म की महिमा को स्थापित करेंगे, बल्कि एक बेहतर और सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
हमारे मुख्य उद्देश्य:
- सनातन धर्म के शाश्वत मूल्यों का संरक्षण और संवर्धन: सत्य सनातन मंदिर सनातन धर्म के सत्य, अहिंसा, करुणा, प्रेम और सहिष्णुता जैसे शाश्वत मूल्यों को भावी पीढ़ियों तक पहुँचाने का एक पवित्र माध्यम बनेगा। यह मंदिर इन मूल्यों को अपने दर्शन, शिक्षा और गतिविधियों के माध्यम से जीवंत रखेगा।
- समस्त सनातन परंपराओं का पावन संगम: यह मंदिर विश्व का एक अद्वितीय केंद्र होगा जहाँ सनातन धर्म की सभी प्रमुख धाराएँ – शैव, वैष्णव, शाक्त, गणेश, गायत्री परिवार, जैन, सिख, बौद्ध धर्म, रविदास पंथी, कबीर पंथी, राधास्वामी, आर्य समाज और अन्य सभी – एक साथ सम्मान और सद्भाव के साथ एकत्रित होंगी। यह एकता और समावेश का प्रतीक होगा, जो भारत की विश्व गुरु के रूप में पहचान को सुदृढ़ करेगा।
- आध्यात्मिक ज्ञान और शिक्षा का केंद्र: मंदिर परिसर में एक ऐसा वातावरण निर्मित किया जाएगा जो आध्यात्मिक ज्ञान, धार्मिक ग्रंथों और भारतीय संस्कृति के अध्ययन और अनुसंधान को प्रोत्साहित करेगा। प्रवचन, कार्यशालाएँ और शैक्षिक कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे।
- सामुदायिक सेवा और कल्याण को बढ़ावा देना: सत्य सनातन मंदिर माँ गायत्री सेवा संस्थान की सेवा भावना का विस्तार होगा। मंदिर परिसर से जरूरतमंदों के लिए भोजन वितरण (लंगर), स्वास्थ्य शिविर, शिक्षा सहायता और अन्य सामाजिक कल्याणकारी गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी।
- सांस्कृतिक और कलात्मक उत्कृष्टता का प्रदर्शन: यह मंदिर भारतीय कला, वास्तुकला, संगीत और अन्य सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों का एक जीवंत मंच होगा। पारंपरिक कला रूपों को प्रोत्साहित किया जाएगा और मंदिर परिसर सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रदर्शनों का आयोजन करेगा।
- एकता, शांति और सद्भाव का वैश्विक संदेश: सत्य सनातन मंदिर से निकलने वाला आध्यात्मिक प्रकाश विश्व में एकता, शांति और सद्भाव का संदेश फैलाएगा। यह विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के बीच संवाद और समझ को बढ़ावा देगा।
- भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत: यह मंदिर आने वाली पीढ़ियों के लिए सनातन धर्म की महानता, भारतीय संस्कृति की समृद्धि और सेवा के महत्व की प्रेरणा बनेगा। यह उन्हें अपनी जड़ों से जोड़े रखेगा और उच्च नैतिक मूल्यों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
सत्य सनातन मंदिर केवल एक ईंट और पत्थर की संरचना नहीं है, बल्कि यह एक दिव्य संकल्प है जो सनातन धर्म की एकता, सेवा और ज्ञान के प्रसार के लिए समर्पित है। इसका प्रत्येक पहलू इन उदात्त उद्देश्यों को प्रतिबिंबित करेगा और यह विश्व कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।